Wednesday, July 20, 2011

घाटी में २२ साल बाद यज्ञोपवीत, २६ वर्ष बाद खुलेगा होटल

श्रीनगर। कश्मीर बहुत तेजी से बदल रहा है। अनंतनाग जिले के गांव शाली के पापहारन नाग मंदिर में 22 साल बाद कश्मीरी पंडितों का यज्ञोपवीत हुआ। दो दिवसीय यज्ञ में 9 बच्चों ने जनेऊ धारण किया। इसके बाद बच्चों को पारंपरिक जुलूस की शक्ल में कारकुट नाग झरने तक ले जाया गया।

रविवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुरू महायज्ञोपवीत सोमवार को शिवलिंग स्थापना के साथ संपन्न हो गया। कश्मीर में बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने के अभियान के तहत सदियों पुराने पापहारन नाग मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया। अब हर साल यहां यज्ञ का आयोजन किया जाएगा।

मुस्लिम भाइयों की मदद से मुश्किल काम हुआ आसान : ऑल पार्टीज माइग्रेंट कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन विनोद पंडित ने बताया कि मंदिर का जीर्णोद्धार काफी मुश्किल काम था। लेकिन कुछ मुस्लिम भाइयों की मदद से ही यह संभव हो सका।

फिर लौटेगी बडशाह में रौनक : श्रीनगर के बडशाह होटल को नया रूप देकर तैयार किया गया है। 26 साल बाद इस होटल में रौनक लौटेगी। होटल 1984 में आग की भेंट चढ़ गया था।

इसके बाद आतंकवाद का दौर शुरू होने के चलते इसकी मरम्मत नहीं हो पाई। सितंबर तक इसका काम पूरा होने की उम्मीद है। साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से होटल का पुनर्निर्माण पिछले वर्ष शुरू हुआ था। होटल को कश्मीरी, मुगल वास्तुशिल्प के साथ खतमबंदी, दाजीवरी कला से सुसज्जित किया जाएगा। होटल में वाजवान व कश्मीरी व्यंजनों सहित अन्य राज्यों के व्यंजन भी उपलब्ध होंगे।
(Courtesy : www.bhaskar.com, 20 July 2011)

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