Tuesday, November 22, 2011

उमर का कश्मीर में जनाधार नहीं : कमाल


श्रीनगर। नेकां के प्रमुख प्रवक्ता और सहमहासचिव पद से हटाए गए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के चाचा डॉ. मुस्तफा कमाल ने सोमवार को भतीजे को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे नई दिल्ली के कारण नहीं बल्कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के दबाव पर पार्टी के दोनों पदों से हटाया गया है। उमर अब्दुल्ला का कश्मीर में कोई जनाधार नहीं है। जम्मू में एक अंग्रेजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में डॉ. मुस्तफा कमाल ने कहा कि जिस तरह से मेरे साथ मेरे बडे़ भाई केंद्रीय नव अक्षय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला और भतीजे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बर्ताव किया है, उससे मेरे दिल को गहरी ठेस पहुंची है।
कमाल को 10 नवंबर को डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सह महासचिव और प्रमुख प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा था। कमाल ने कहा कि डॉ. अब्दुल्ला ने मुझे पार्टी के दोनों पदों से हटाया, इसका मुझे अफसोस नहीं है। जिस तरीके से उन्होंने मीडिया में पेश किया, उस पर अफसोस है। हजरतबल से विधायक कमाल ने कहा कि यह कहना गलत है कि मुझे हटाने के लिए दिल्ली का दबाव था। सच तो यह है कि जिस तरह से मेरी रैलियों में कश्मीरी अवाम जुट रहा था, उससे मुख्यमंत्री और उनके कुछ चहेते परेशान थे।

No comments:

Post a Comment