Monday, August 1, 2011

मैंने कुछ गलत नहीं किया : पडगांवकर

श्रीनगर। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट गुलाम नबी फाई की ओर से आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के कारण इस्तीफे की मांगों के बीच वरिष्ठ पत्रकार दिलीप पडगांवकर ने सोमवार को कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह कश्मीर के बारे में वार्ताकारों के आधिकारिक दल से नहीं हटेंगे। पडगांवकर ने बताया, ‘‘मैंने पिछले 30 साल में जिन संगोष्ठियों और कार्यशालाओं में भाग लिया, यदि उनके रिकार्ड देखे जायें तो कुछ लोग इस बात को खोज कर निकाल सकते हैं कि इसे खुफिया एजेंसी ने आयोजित किया था और उसे प्रतिबंधित समूह ने।”
उन्होंने कहा कि वह वार्ताकारों के दल से नहीं हटेंगे। शिवसेना और पनुन कश्मीर सहित विभिन्न समूह उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। भाजपा ने भी फाई की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लेने के कारण पडगांवकर की आलोचना की है। पडगांवकर ने कहा, ‘‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मुझे मालूम था कि उसकी (फाई) की नीतियों का रुख क्या है। लेकिन मुझे उसके वित्त पोषण के स्रोत की कोई जानकारी नहीं थी।”
पडगांवकर ने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने इस मुद्दे पर उनका पूरी तरह से समर्थन किया था।। गौरतलब है कि पडगांवकर के इस बयान से पहले कश्मीर मुद्दे पर केन्द्र के मुख्य वार्ताकार के बारे में चिदंबरम के वक्तव्य में सरकार के रुख का संकेत मिला था। फाई को अमेरिका ने आईएसआई का मदद करने वाले व्यक्ति के रूप में गिरफ्तार किया था। फाई कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को आगे बढ़ाता था।
चिदंबरम ने कहा था, ‘‘स्पष्ट तौर पर इसका वार्ताकार के रूप में उनकी भूमिका से कोई लेनादेना नहीं है। वह एक पत्रकार के तौर पर कुछ साल पहले कई अन्य पत्रकारों, समाज के प्रबुद्ध सदस्यों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ गये थे।” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि इसे उनकी वार्ताकार की भूमिका के साथ जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने वार्ताकार नियुक्त होने के बाद गुलाम नबी फाई की किसी बैठक में हिस्सा नहीं लिया है- मुझे नहीं लगता कि चीजों को सही ढंग से जोड़ा गया है।”

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