श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों ने एक और आतंकवादी ठिकाने पर छापा मारकर भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकी ठिकाने की सूचना मिलने के बाद राज्य पुलिस ने राष्ट्रीय रायफल्स के साथ हफत्रादा जंगलों में एक संयुक्त खोजी अभियान चलाया।
इस दौरान आतंकी ठिकाने से आठ ए के 56 रायफल्स, चार ए के 47 रायफल्स, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, यूबीजीएल, 694 ए के कारतूस, 63 पीका कारतूस. 40 यूबीजीएल ग्रेनेड और 31 हथगोला बरामद किए गए। इसके अलावा 42 ए के मैगजीन, एक पीका मैगजीन. आरसीआईईडी के 20 डिब्बे, 15 इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर, 13 प्रेशर कुकर डेटोनेटर, 20 बहु उपयोगी डेटोनेटर, 12 प्रेशर स्विच. 12 रिलीज स्विच, दो आईईडी स्विच, 30 मीटर कोर्टेक्स तार. एक वायरलैस सेट और एक कम्पास बरामद किया गया। अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
कुपवाड़ा जिले में आतंकी ठिकाने पर छापेमारी के बाद हथियारों और गोला बारूद का जखीरा मिलने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले गत शुक्रवार को जिले के त्रेहगाम इलाके के घने जंगल में भी एक आतंकवादी ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए थे।
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POK से घर वापसी चाहते हैं 700 आतंकवादी
श्रीनगर, एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि सरकार को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से घर वापस आने और हिंसा त्यागकर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा व्यक्त करने वाले करीब 700 स्थानीय आतंकवादियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उमर ने संवाददाताओं से कहा कि पुनर्वास नीति (पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकवादियों के लिए) को उम्मीद से बेहतर प्रतिक्रिया मिली है। हमें इस बारे में 600 से 700 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्राप्त आवेदनों में राज्य प्रशासन ने 125 चरमपंथियों को राज्य में वापस लौटने की अनुमति प्रदान कर दी है।
उमर ने कहा कि इस आशय में उनके परिवार को सूचना भेजी जा रही है कि वह किस प्रकार से वापस लौटें। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष पाक अधिकृत कश्मीर से घर वापस लौटने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए पुनर्वास पैकेज को मंजूरी दी थी।
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आतंकी घुसपैठ कराने की फिराक में पाक
नई दिल्ली। नियंत्रण रेखा के पार विभिन्न शिविरों में करीब 700 आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई है। इनमें से करीब 100 आतंकी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने इसका खुलासा किया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान को बार बार सूचित किए जाने के बावजूद सीमा पार आतंकवाद का ढांचा खत्म नहीं किया गया है।
सीमा पार से चलाए जा रहे आतंकी शिविरों में लगातार आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। हालांकि अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना चौकस है और घुसपैठ की किसी भी कोशिश को कामयाब नहीं होने देगी।
खुफिया सूचनाओं के मुताबिक अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद उपजे हालात से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों की ज्यादा से ज्यादा जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करा सकती है। खुफिया एजेंसियों का कहना है कि संघर्ष विराम की हालिया घटना से यह साबित होता है कि आईएसआई आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में हैं।
सूत्रों के मुताबिक सीमा पर सामान्यतया तभी फायरिंग की जाती है जब आतंकियों की घुसपैठ कराने हो। गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान की ओर से तीन बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया है। 22, 24 अप्रेल और हाल ही में पांच मई को संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया था।
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