जम्मू। गुलाम कश्मीर में छूटी अपनी संपत्तियों के एवज
में एकमुश्त मुआवजा व स्थायी पुनर्वास को
लेकर आंदोलन कर रहे गुलाम कश्मीर रिफ्यूजियों ने सोमवार को सरकार के उपेक्षित रवैये के खिलाफ गिरफ्तारियां
दीं। प्रदर्शन कर रहे रिफ्यूजियों ने
विधानसभा में अपनी नुमाइंदगी की मांग को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य सरकार से पहली बार विधानसभा सीटों की
डीलिमीटेशन करने पर भी बल दिया।
पीओके रिफ्यूजी फ्रंट के बैनर तले रिफ्यूजी नेता रशपाल सिंह
के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में
रिफ्यूजी महेशपुरा में एकत्रित हुए। नारेबाजी करते हुए यहां से बख्शीनगर थाने की ओर अपनी गिरफ्तारी देने के
लिए कूच किया। बाजारों से गुजरते हुए
उन्होंने अपने साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। तकरीबन डेढ़ सौ रिफ्यूजियों ने अपनी गिरफ्तारी
दी। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संगठन के
महासचिव रशपाल सिंह ने कहा कि सरकार जम्मू संभाग के रिफ्यूजियों से इंसाफ करने में
नाकाम रही है। इससे बड़ी विडम्बना और क्या
होगी कि जम्मू संभाग में रहने वाले वेस्ट पाकिस्तान रिफ्यूजियों को अभी तक राज्य में स्थाई नागरिकता नहीं मिल
पाई है।
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