Friday, December 10, 2010

चीन ने कहा, नत्थी वीजा का मुद्दा सुलझाएंगे


ब्रुसेल्स। चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ की नई दिल्ली यात्रा से पहले भारत ने गुरुवार को कहा कि बीजिंग ने आश्वासन दिया है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को नत्थी वाला वीजा देने के मामले को सुलझा लिया जाएगा और इससे द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंध प्रभावित नहीं होंगे। सरकारी सूत्रों ने कहा कि एक-दूसरे की मुख्य चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगले हफ्ते वार्ता के लिए जब अपने चीनी समकक्ष से मिलेंगे तो इस रुख पर गौर किया जाएगा।

सूत्रों ने कहा कि बीजिंग ने भारत से कहा है कि वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को नत्थी वीजा जारी करने के मुद्दे का समाधान करेंगे और यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन ने यह भी कहा है कि यह मुद्दा द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा। सूत्रों ने कहा कि वीजा मुद्दे पर चीन का रुख द्विपक्षीय संबंधों के लिए अच्छा है। सूत्रों ने कहा कि भारत के प्रति व्यापार असंतुलन एक बड़ी समस्या है और इसके समाधान के लिए उपाय करने होंगे। भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार इस वर्ष 60 अरब डॉलर पहुंचने की उम्मीद है। इस वर्ष अक्टूबर में भारत-चीन के बीच व्यापार 49.84 अरब डॉलर रहा जिसमें भारत का निर्यात 17 अरब डॉलर जबकि चीन ने 32.87 डॉलर का निर्यात किया।

बहरहाल भारत इस वर्ष 15.9 अरब डालर का व्यापार घाटा उठा रहा है। सीमा के मुद्दे पर सूत्रों ने कहा कि विशेष प्रतिनिधि धीमी प्रगति कर रहे हैं लेकिन कोई समाधान ढूंढने में वक्त लगेगा। सूत्रों ने कहा कि भारत और चीन सीमा समस्या का समाधान करने के लिए तीसरे दौर के दूसरे चरण में हैं। सूत्रों ने कहा कि भारत-चीन सीमा विश्व की सबसे शांत सीमा है। सीमा पर अंतिम मौत अक्टूबर 1975 में हुई थी। उन्होंने कहा कि चीन द्वारा भारत के साथ संबंध बढ़ाने के महत्व का आकलन इस बात से किया जा सकता है कि सीपीसी पोलित ब्यूरो के नौ सदस्यों में से आठ ने नवंबर में भारत की यात्रा की थी।

(Courtest : www.jagran.com, 10 Dec. 2010)

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