श्रीनगर। कांग्रेस नेता व जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री शाम लाल शर्मा के कश्मीर को आजादी देने संबंधी बयान से कांग्रेस ने भले ही पल्ला झाड़ लिया हो, लेकिन अलगाववादी नेताओं को इससे शह मिली है। उनका कहना है कि एक बात तय है कि अब जम्मू के कांग्रेसी भी उनका [अलगाववादियों] का पक्ष लेने लगे हैं।
हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने मंगलवार को दैनिक जागरण से इस बारे में बातचीत की। उनका कहना था कि स्वास्थ्य मंत्री शर्मा ने राज्य के तीन हिस्सों की वकालत करते हुए कश्मीर की आजादी की बात की है, जो हमें कबूल नहीं है। हम राज्य के एकीकरण और उसकी आजादी के लिए लड़ रहे हैं। यह बयान कांग्रेस की अंदरूनी सियासत और नेशनल कांफ्रेंस के लिए मायने रखता होगा, हमारे लिए नहीं। अलबत्ता, दोनों यह कहने से भी नहीं चूके कि मंत्री के इस बयान से साफ हो गया है कि सरकार में शामिल कई लोग अब कश्मीर की आजादी के हमारे मत से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि हम दुआ करेंगे कि नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के लोग भी इस हकीकत को मान लें और हमारे साथ मिलकर कश्मीर की आजादी के लिए लड़ें।
स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने कहा कि अगर कश्मीर समस्या राज्य के विभाजन से हल होती है तो हमें कोई एतराज नहीं है। जम्मू और लद्दाख अगर भारत के साथ रहना चाहते हैं तो रहें, हम कश्मीरियों को आजाद कर दिया जाए।
'मैंने नहीं की आजादी की बात'
जम्मू। कश्मीर को आजादी देने संबंधी बयान पर मचे बवाल के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री शाम लाल शर्मा ने मंगलवार को अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने कभी भी कश्मीर की आजादी की बात नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही राज्य व देश की एकता व अखंडता को मजबूत करती रही है। इसलिए उनके विचार पार्टी से भिन्न कैसे हो सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस नेता व स्वास्थ्य मंत्री शाम लाल शर्मा ने रविवार को कठुआ में एक जनसभा के दौरान कश्मीर को आजादी देने, जम्मू को अलग राज्य बनाने व लद्दाख को केंद्र शासित क्षेत्र बनाने की बात कही थी। उनके इस बयान का कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को जारी बयान में कहा नेशनल कांफ्रेंस के कुछ नेता कांग्रेस विशेषकर आलाकमान की निंदा कर रहे हैं। शाम लाल ने कहा कि पूरा विश्व यह जानता है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। उसका भारत में विलय अंतिम है।
(Courtesy : www.jagran.com, 7/12/2010)
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