जम्मू। स्वतंत्रता दिवस पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में मंदिरों के शहर जम्मू में छिपे लश्कर-ए-तैयबा के दुर्दात आतंकी को पुलिस व सेना के संयुक्त अभियान के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। गुज्जरों के घर तीन साल पहले नौकर बनकर रहने आया लश्कर आतंकी मुश्ताक अहमद उर्फ मुस्तफा उर्फ मास्टर पुत्र नूरदीन गुज्जर रियासी जिले के बुद्दन इलाके का रहने वाला है। यह गुज्जर परिवार की लड़की से शादी कर सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक रहा था। शहर में तांगा चलाकर वह दिन में दर्जनों बार सुरक्षकर्मियों के सामने से होकर निकलता था।
सूत्रों के अनुसार जम्मू में स्लीपिंग सेल बनाने वाला यह आतंकी लगातार कई खुंखार दहशतगर्दो के संपर्क में था। वह निक्की तवी इलाके में रह रहा था। यह क्षेत्र आतंकवादियों की घुसपैठ का रूट भी रहा है। फिलहाल उसके पास से कुछ खास बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पूछताछ के दौरान कुछ और गिरफ्तारियां व बरामदगी हो सकती है। सेना की डेल्टा फोर्स की सूचना पर कार्रवाई करते हुए राज्य पुलिस के स्पेशल आपरेशन गु्रप ने एसपी पवन परिहार के नेतृत्व में अभियान चलाकर मुश्ताक को मंगलवार देर रात सतवारी के निकट के बेलीचराना से पकड़ा।
अभियान के बारे में एसपी पवन परिहार ने जागरण को बताया कि उसे आधी रात को बेलीचराना से पकड़ा गया। जम्मू में अपने तीन साल के प्रवास के दौरान उसने क्या गतिविधियां की, उसके मंसूबे क्या थे, इस बारे में पूछताछ की जा रही है। जम्मू डिवीजन के कई जिलों में सक्रिय रहे मुश्ताक ने पाकिस्तान में विस्फोटक, हथियारों के साथ रेडियो सैट संचालन में प्रशिक्षण हासिल किया था। लश्कर में 2004 में भर्ती हुए मुश्ताक के रियासी जिले में आतंकवादियों को वित्तीय, अन्य प्रकार का सहयोग देने वाले ओवर ग्राउंड वर्करों से संबंध थे। वह रियासी जिले के गूल इलाके के साथ राजौरी, पुंछ जिले में सक्रिय रहा है। इस आतंकवादी के सहयोगी पाकिस्तान आतंकवादी हैदर, अब्दुल्ला, अब साद व फोरमैन थे। यह जानकारी देते हुए सैन्य अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2008 में सेना से मुठभेड़ के बाद वह जम्मू आकर छिप गया था।
(Courtesy : Dainik Jagran, 4 Aug. 2011)
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