श्रीनगर (31 अगस्त)। ईद-उल-फितर की तैयारियों में मंगलवार को बेशक पूरी घाटी व्यस्त थी, लेकिन डाउन-टाउन के नौहट्टा और उससे सटे इलाकों में सुबह पथराव हुआ और फिर सन्नाटा पसरा रहा। इसे प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी ही बीच में कई बार भंग करती नजर आई। नौहट्टा में प्रदर्शन करने वालों में नौजवानों के बजाय अधेड़ उम्र के पुरुष और स्थानीय महिलाएं ही सबसे ज्यादा थीं। महिलाएं हाथों में डंडे लिए वहां से गुजरने वाले वाहनों को भी रोकती नजर आई। बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने थाने में भी दाखिल होने का प्रयास किया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। लोग रविवार सुबह पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए युवकों की रिहाई की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि शनिवार देर रात को नौहट्टा पुलिस स्टेशन पर हमला करने और हिंसक झड़पों में शामिल होने वाले 73 लड़कों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इनमें से 40 लड़कों को पुलिस ने रिहा कर दिया, जबकि अन्य को अदालत ने गत सोमवार को 15 दिन के ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया था। ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजे गए युवकों की रिहाई के लिए लोग प्रदर्शन कर रहे थे।
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