जम्मू। ईद के अवसर पर कश्मीर में पत्थरबाजी करने वाले युवाओं को आम माफी देने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वर्ष 2008 में हुए जमीन आंदोलन के दौरान दर्ज हुए केसों को भी खारिज करने की मांग की है। जमीन आंदोलन के शहीदों की याद में श्री अमरनाथ संघर्ष समिति की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने हमेशा कश्मीर व जम्मू को अलग-अलग नजर से देखा है। यही कारण है कि जमीन आंदोलन के दौरान दर्ज सभी केसों को खारिज करने का वायदा करने के बावजूद आज तक युवाओं पर केस चल रहे हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 31 अगस्त 2008 को सरकार की ओर से राज्यपाल के सलाहकार ने समिति से समझौता किया था, जिसमें कहा गया कि सरकार आंदोलन के दौरान दर्ज सभी केस को वापस लेने के साथ व्यापार व उद्योग को हुए नुकसान की भरपाई करेगी। आज तक सरकार ने यह वायदा पूरा नहीं किया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर सैयद अली शाह गिलानी के दिशानिर्देश पर चलने का आरोप लगाते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जो भी कर रहे हैं, गिलानी को खुश करने के लिए। कांग्रेस पार्टी मूकदर्शक है। अगर सरकार ने अपने रवैये में बदलाव नहीं किया तो उसे एक बार फिर से जम्मू की जनता के गुस्से का शिकार होना पड़ेगा।
(दैनिक जागरण/ 02 सितम्बर 2011)
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