Friday, September 2, 2011

केरन सेक्टर में पाक के तीन सैनिक मारे


श्रीनगर/नई दिल्ली। सीमा पर शांति समझौते को तोड़ते हुए पाकिस्तान की ओर से भारतीय चौकी पर हुई गोलीबारी में एक जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गया। भारत की ओर से हुई जवाबी कार्रवाई में तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। सेना मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से इस साल शांति समझौते का उल्लंघन कर अब तक गोलीबारी की छोटी बड़ी 20 से अधिक वारदातें हो चुकी हैं। पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की ताजा घटना उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा के केरन सेक्टर की है जो सीमापार से घुसपैठ का एक बड़ा केंद्र है। संघर्ष विराम तोड़कर गोलीबारी की ताजा घटना भी उस समय हुई जब सेना ने घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। 

जम्मू में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस बरार के अनुसार पाकिस्तान की ओर से पहली गोलीबारी बुधवार रात को हुई थी। वीरवार सुबह करीब ग्यारह बजे दूसरी बार फायरिंग शुरू हुई जो देर शाम तक रुक-रुक कर जारी रही। फायरिंग में पाकिस्तान की ओर से मोर्टार व भारी असलाह का इस्तेमाल किया गया। पाक की ओर से अकारण हुई इस गोलीबारी में भारतीय सेना के नायब सूबेदार गुरदयाल सिंह की मौत हो गई। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अतर अब्बास ने भी गोलीबारी में तीन पाक सैनिकों की मौत को स्वीकार किया है। इस्लामाबाद ने संघर्ष विराम उल्लंघन का दोष भारत के सिर भी मढ़ा है। 

सैन्य सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सेना ने बुधवार रात सीमा पर भारत की शालापथरी पोस्ट पर करीब एक घंटे तक फायरिंग की। भारतीय खेमे में इस घुसपैठ की नाकामियों पर पाक कि बढ़ती झुंझलाहट के तौर पर देखा जा रहा है। सेना मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक अगस्त 2011 में एक महीने के दौरान ही घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर भारतीय सुरक्षाबलों ने करीब चालीस आतंकियों का सफाया कर दिया था। बीते कुछ महीनों में सख्त हुई नाकेबंदी और घाटी के लोलाब और हंदवाड़ा क्षेत्र में आतंकी नेतृत्व के खिलाफ भी कई कामयाबियां मिली हैं। ऐसे में बर्फबारी शुरू होने से पहले पाकिस्तान घाटी में घुसपैठ बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

(दैनिक जागरण/ 02 सितम्बर 2011)

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