श्रीनगर। नेशनल पैंथर्स पार्टी के प्रमुख प्रो. भीम सिंह ने शनिवार को निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद के प्रस्ताव की कानूनी तौर पर बखिया उधेड़ते हुए कहा कि विधानसभा किसी भी तरह से कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर इस सजा को रद नहीं करा सकती। गौरतलब है कि निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने बीते दिनों विधानसभा के स्पीकर मोहम्मद अकबर लोन को एक प्रस्ताव भेजा, जिसमें उन्होंने पूरे सदन से अफजल गुरु की फांसी की सजा माफ करने का आग्रह किया है। यह प्रस्ताव इसी माह के अंत में होने जा रहे विधानसभा सत्र में पेश किया जा सकता है।
पैंथर्स पार्टी के प्रमुख प्रो. भीम सिंह ने कहा कि पहले तो यह प्रस्ताव नियमों के मुताबिक स्वीकार नहीं हो सकता, क्योंकि उन्होंने अंग्रेजी में दिए गए अपने प्रस्ताव की शुरूआत लेट दि हाउस रिजाल्व से की है, जो ठीक तरीका नहीं है। इसके अलावा इसमें हिज एलेज्ड इंवॉल्वमेंट इन पार्लियामेंट अटैक, लिखा गया है। यह उच्चतम न्यायालय द्वारा सुनाए गए अंतिम फैसले के खिलाफ जाता है। इसके अलाव अलेज्ड शब्द किसी भी वैध प्रस्ताव में नहीं लिखा जा सकता। उससे भी बड़ी बात यह कि विधानसभा ऐसे किसी भी आपराधिक मामले मे हस्तक्षेप नहीं कर सकती जो राज्य की सीमा के बाहर अंजाम दिया गया हो। इसके अलावा यह मामला राष्ट्रपति के पास विचाराधीन है।
(दैनिक जागरण, 05 सितम्बर 2011)
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