श्रीनगर। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु को लेकर अपने ट्वीट पर शुरू हुए विवाद को और हवा दे दी है। उन्होंने भाजपा को चुनौती दी है कि यदि उन्होंने कुछ भी गलत या असंवैधानिक कहा है तो वह उनके खिलाफ अदालत में मामला दर्ज करा सकती है।
मुख्यमंत्री रविवार को यहां डाउन-टाउन में नागर-नगर मेगा टूरिस्ट सर्किट का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता उन्हें नहीं रोक सकते। वह इस देश के नागरिक हैं और उन्हें अपनी प्रतिक्रिया जताने, अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता उन्हें चुप कराने वाले कौन होते हैं।
उमर का कहना था कि उन्हें सिर्फ वही लोग चुप करा सकते हैं, जिन्होंने उन्हें चुना है। अगर जनता कहती है कि अफजल गुरु पर ट्वीट कर गलत किया है तो वह गलती मान लेंगे। निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद द्वारा अफजल गुरु की फांसी की सजा माफी के लिए विस में प्रस्ताव लाए जाने संबंधी सवाल पर उमर ने कहा कि उन्होंने इसका समर्थन फिलहाल नहीं किया है। नेकां प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला विस सत्र शुरू होने से पहले इस संदर्भ में पार्टी की एक बैठक कर रणनीति बनाएंगे।
(दैनिक जागरण, 05 सितम्बर 2011)
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