जम्मू। स्व. राजीव गांधी के तीनों हत्यारों की फांसी निरस्त करने वाले तमिलनाडु विधानसभा के प्रस्ताव के बहाने मुख्यमंत्री ने संसद पर आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु के मुद्दे पर ट्वीट कर राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी हैं। उनके ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। कई पार्टियों ने प्रदर्शन कर उमर के पुतले भी जलाए और चेतावनी दी की अगर उन्होंने अफजल गुरु की वकालत की तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पडे़गा।
शिवसेना (हिंदुस्तान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डिम्पी कोहली ने कहा कि उमर राज्य में बढ़ रहे भ्रष्टाचार और लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने के बजाय बच्चों जैसी बातें कर समय बर्बाद कर रहे हैं। अगर किसी राज्य में गलत होता है तो उमर को बड़ी जल्दी दिख जाता है। देश भर में जो अच्छे काम हो रहे हैं, उस ओर वह क्यों ध्यान नहीं देते। ऐसे बचकाने ट्वीट मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते। डोगरा फ्रंट एवं शिवसेना जम्मू कश्मीर के अशोक गुप्ता ने मुख्यमंत्री के ट्वीट को देशद्रोह बताया।
मुख्यमंत्री को ट्वीटर ब्वाय बताते हुए उन्होंने कहा कि अफजल गुरु से जुडे़ ट्वीट के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। संसद में उनके बयान एक इंच भूमि नहीं देंगे। ने 14 जानें ले ली थी। उसके बाद तो उन्हें सोच कर बोलने की आदत डाल ही लेनी चाहिए थी। वहीं, श्रीराम सेना केअध्यक्ष राजीव महाजन ने कहा कि उमर राज्य के हालत खराब करने के बजाय सभी संभागों के विकास की ओर ध्यान दें।
(दैनिक जागरण/ 02 सितम्बर 2011)
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