Thursday, November 17, 2011

घाटी में 36 से ज्यादा अलगाववादी व आतंकी संगठन


नई दिल्ली। अलग-अलग किस्म के आतंकवाद और उग्रवाद का सामना कर रहे भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में ही इस समय 36 से ज्यादा अलगाववादी एवं आतंकी संगठन हैं। इनमें से कई संगठन अपनी गतिविधियां किसी न किसी रूप में चला रहे हैं और कई पर सरकार ने प्रतिबंध लगा रखा है।
जानकारी के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मुहम्मद, अल-बदर, जमात उल मुजाहिदीन, हरकत उल अंसार, लश्कर-ए-उमर, हरकत उल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-जब्बार, हरकत उल जेहाद-ए-इस्लामी घाटी सहित देश भर में आतंक फैलाने में लिप्त हैं।
इन दस प्रमुख संगठनों के अलावा घाटी में अल बर्क, तहरीक उल मुजाहिदीन, अल जेहाद, जम्मू-कश्मीर नेशनल लिबरेशन आर्मी, पीपुल्स लीग, मुस्लिम जांबाज फोर्स, कश्मीर जेहाद फोर्स, अल जेहाद फोर्स, अल उमर मुजाहिदीन, महाज-ए-आजादी, इस्लामी जमात-ए-तुलबा, जम्मू-कश्मीर स्टूडेंटस लिबरेशन फ्रंट, इख्वान उल मुजाहिदीन, इस्लामिक स्टूडेंटस लीग, तहरीक-ए-जेहाद-ए-इस्लामी, मुस्लिम मुजाहिदीन, अल मुजाहिद फोर्स, तहरीक-ए-जेहाद, इस्लामी इंकलाबी महाज जैसे संगठन भी काम कर रहे हैं। इसके अलावा मुत्ताहिदा जेहाद काउंसिल, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट, आल पार्टीज हुर्रियत काफ्रेंस और दुख्तरन-ए-मिल्लत जैसे अलगाववादी गुट भी हैं।
आतंकी मामलों की जाच के लिए विशेष रूप से गठित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद, हरकत उल मुजाहिदीन, हरकत उल अंसार, हरकत उल जेहाद-ए-इस्लामी, हिजबुल मुजाहिदीन, अल उमर मुजाहिदीन, जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट, स्टूडेंटस इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी), पर प्रतिबंध लगाया है। प्रतिबंधित संगठनों की सूची में दीनदार अंजुमन, अल बदर, जमात उल मुजाहिदीन, अल कायदा, दुख्तरन-ए-मिल्लत और इंडियन मुजाहिदीन के नाम भी शामिल हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट बम विस्फोट के पीछे हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ माना जा रहा है और इस सिलसिले में एनआईए ने गिरफ्तारियां भी की हैं। उन्होंने कहा कि लश्कर, जैश और हिज्ब आतंकियों ने भारत में बडे़ पैमाने पर तबाही की है। न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) सहित देश के कई राज्यों में आतंकी वारदात के पीछे इन गुटों का हाथ है।
लश्कर 1990 में बना था और इसे जमात उद दावा के नाम से भी जाते हैं। इस प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद है जिसे भारत ने वाछित आतंकी घोषित किया है। लश्कर की घाटी में पहली बार उपस्थिति 1993 में सार्वजनिक हुई जब 12 पाकिस्तानी एवं अफगान आतंकी नियंत्रण रेखा पार कर घाटी आए। हिजबुल मुजाहिदीन घाटी में सक्रिय सबसे बड़ा कैडर आधार वाला आतंकी गुट है।



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