Thursday, November 17, 2011

पुंछ से शुरू सीमा सुरक्षा चेतना यात्रा आज जम्मू से सुहागपुर के लिए रवाना हुई


जम्मू। 'चकां दा बाग' पुंछ से 15 नवम्बर को शुरू हुई सीमा सुरक्षा चेतना यात्रा जो कल शाम जम्मू पहुंची थी, आज सुबह सुहागपुर के लिए रवाना हो गई। यह यात्रा सीमा क्षेत्रों में जनजागरण करते हुये न  सायं विजयपुर पहुंचेगी।

सुबह 9 बजे अग्रभाल सभा के सामने सीमा सुरक्षा चेतना यात्रा रथ में यात्रा के संयोजक मनोज कुमार,  सेवानिवृत कर्नल जुनेजा, सेवानिवृत कर्नल डी.सी. नाग्याल, इलयास खान हाजी, मोहम्मद बशीर खान, लक्ष्मीचन्द्र शास्त्री, गुलशन कुमार, गजय सिंह, विक्रम सिंह इत्यादि सवार होकर सुहागपुर के लिए रवाना हुये। इस अवसर पर भारत माता जी जय व सीमायें अब और कम नहीं होंगी के नारे भी लगाये गये।

यात्रा की अगुवाई कर रहे कर्नल कृष्ण सिंह जुनेजा ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये कहा कि सीमाजन कल्याण समिति सीमाओं की सुरक्षा हेतु जनजागरण अभियान चला रही है जिसके चलते ही देश में दो स्थानों से इस यात्रा को शुरू किया गया है। 15 नवम्बर को गुजरात के नारायण सरोवर व चकां दा बाग पुंछ से एक ही समय पर दो यात्रायें शुरू हुई है जो 25 नवम्बर को राजस्थान के खाजूवाला में पहुंचकर सम्पन्न होंगी।

उन्होंने कहा कि सीमा की  सुरक्षा का काम केवल केवल सेना या बीएसएफ का ही नहीं है बल्कि इसमें स्थानीय समाज व स्थानीय प्रशासन की भी भागीदारी होनी चाहिये। जब यह तीनों मिलकर कार्य करेंगे तो सीमाओं पर होने वाली आतंकी घुसपैठ व तस्करी को प्रभावी ढंग से रोका जा सकेगा। सीमा बढ़ रही आतंकी घुसपैठ व तस्करी के प्रति सीमा पर रहने वाले लोगों में जागरूकता लाकर उन्हें एक प्रहरी की तरह खड़ा करना ही इस यात्रा का मुख्य उदेश्य है।

इस मौके पर यात्रा संयोजक श्री मनोज कुमार ने कहा कि सीमा पर हुई तारबंदी अपनी सही जगह पर जानी चाहिये ताकि हजारों कनाल भूमि को फिर से खेती लायक बनाया जाये। इसके अलावा बार्डर क्षेत्र विकास राशि को बढ़ाया जाना चाहिये तथा सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए रोजगार बढ़ाने चाहिये ताकि इन क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोका जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि सीमा पर रहने वाले लोगों के सहयोग से ही हमारे जवान सीमा सुरक्षा कार्य को सफलता पूर्वक निभा रहे हैं परन्तु बिजली-पानी, सड़कों, विद्यालयों व रोजगार सही व्यवस्था न होने पर इन क्षेत्रों से पलायन हो रहा है जिसे रोका जाना अति आवश्यक है। 

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