नई दिल्ली। रणनीतिक साझेदारी और दोस्ती के लंबे-चौड़े वादों के बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्रालय लगातार अपनी वेबसाइट पर भारत का गलत नक्शा दिखा रहा है। वेबसाइट में गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताने वाले मानचित्र की मौजूदगी से नाखुश भारत ने अमेरिका से इसे बदलने को कहा है। विदेश सचिव रंजन मथाई ने कहा कि जहां तक गुलाम कश्मीर का मामला है, इस नक्शे में सुधार जरूरी है। विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के दूतावास उप प्रमुख को इस मामले में सुधार करने की भी हिदायत दी है, लेकिन इसके बदले में उसके हाथ केवल यह भरोसा ही लगा की नई दिल्ली की चिंताएं वाशिंगटन तक पहुंचा दी जाएंगी।
मथाई ने कहा कि विदेश मंत्रालय उन सभी देशों और संगठनों से बात कर रहा है जो भारत के संदर्भ में सही मानचित्र का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने संपूर्ण जम्मू-कश्मीर को देश का अभिन्न अंग बताते हुए विश्व बिरादरी से आग्रह किया कि भारतीय सीमाओं को सही तरीके से पेश करने वाले नक्शों का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। भारत की तीखी प्रतिक्रिया के बावजूद सोमवार देर शाम तक भी अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने गलत नक्शा नहीं हटाया है। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय सीमाओं का गलत मानचित्र पेश किया गया है। इससे पहले सर्च इंजन गूगल ने भी भारत के विरोध के बाद ही अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित नक्शे में सुधार किया था।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों भारत में निवेश के लिए आई एक चीनी कंपनी ने भी अपने ब्रोशर में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्से और अक्साई चिन को चीन का हिस्सा बताया गया था। मीडिया के विरोध के बाद भारत में चीन के राजदूत ने घटना पर तो खेद जताया था, लेकिन नक्शे को तकनीकी मसला बताते हुए मौन साध लिया था।
अमेरिका ने हटाया त्रुटिपूर्ण भारतीय मानचित्र
वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट से पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को पाकिस्तान का क्षेत्र दिखाने वाले मानचित्र को हटा दिया है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने संवाददाताओं को बताया कि हमने भारत के उस मानचित्र को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है जिसमें कुछ भौगोलिक स्थानों की सीमाओं से संबंधित गलतियां थीं। उन्होंने कहा कि यह मानचित्र गलत था। उसे सही तरीके से नहीं बनाया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि हम नए मानचित्र को तभी वेबसाइट पर लगाएंगे जब हमें यकीन हो जाएगा कि वह सही है। हालांकि उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि ऐसा मानचित्र कहां से आया। विक्टोरिया ने कहा, 'यह जानबूझ कर नहीं किया गया था। हम इस मानचित्र को सही करा कर लगाएंगे।'
ज्ञातव्य है कि एक भारतीय समाचार-पत्र ने पहली बार यह जानकारी दी थी कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर पीओके को पाकिस्तानी क्षेत्र के तौर पर दिखाया गया है। इसके बाद भारत सरकार ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के समक्ष कड़ी आपत्ति जताई थी।
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट स्टेट डॉट जीओवी नाम की इस वेबसाइट पर उन सभी देशों के मानचित्र मौजूद हैं, जिनसे अमेरिका के राजनयिक संबंध हैं। अमेरिकी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि विदेश मंत्रालय अपनी वेबसाइट के अन्य भागों से भी इस तरह के मानचित्र को हटा रहा है।
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