Monday, July 25, 2011

आईएसआई के षड्यंत्र का शिकार हुए कई नामी भारतीय

21 July 2011
नई दिल्ली । अमेरिका में पक़ड़े गए लॉबिस्ट और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर कश्मीर विवाद पर नजरिया बदलने के उद्देश्य से सेमिनारों की क़ड़ी चलाने वाले डॉ. गुलाम नबी फई के आयोजनों में कई भारतीय हस्तियां भी हिस्सा रही हैं। सूत्रों के अनुसार भारत सरकार ने जिन प्रख्यात पत्रकार दिलीप पडगांवकर को जम्मू-कश्मीर मामले में प्रमुख वार्ताकार बनाया है वह भी फई के सेमिनार में हिस्सा ले चुके हैं।

आईएसआई के सहयोग से आयोजित होने वाले सेमिनार में भाग लेने वालों में प्रख्यात पत्रकार कुलदीप नैय्यर, अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक, राजेंद्र सच्चर, पत्रकार गौतम नवलखा, हरिंदर बवेजा, मनोज जोशी, हामिदा नईम, वेद भसीन, जेडी मोहम्मद समेत तमाम भारतीय रहे हैं। सेमिनार में न केवल कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा होती थी बल्कि पाकिस्तान का समर्थन करने वाला प्रस्ताव भी पारित होता था। आईएसआई की सहायता से फई द्वारा चलाए जा रहे इस षडयंत्र का अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई ने भंडाफो़ड़ किया है और भारत सरकार ने भी इसे गंभीरता से लिया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसी के सूत्र बताते हैं कि एफबीआई के साथ-साथ भारत भी फई से संपर्क रखने वालों की तह तक जाएगा। इस सूचना के आने के बाद मीरवाइज उमर फारूक के कश्मीर स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बलों का घेरा ब़ढ़ गया है। खुफिया एजेंसियां इस संदर्भ में पूरी जानकारी एकत्र करने में लग गई हैं और समझा जा रहा है कि जल्द ही अमेरिका जाकर सेमिनार में हिस्सा लेने वाले कुछ प्रमुख लोगों से पूछताछ भी हो सकती है।
(www.pressnote.in)

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