जम्मू। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम ने जम्मूवासियों से अपील की है कि वह राज्य के देश के साथ हुए विलय के दिन (26 अक्टूबर) को धूमधाम से मनाएं। फोरम ने उन लोगों को भी आड़े हाथों लिया जो राज्य में जनमत की वकालत करते हैं। वीरवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए फोरम के संयोजक रमेश सभ्रवाल ने कहा कि राज्य का देश के साथ हुआ विलय अंतिम है और इसे पूरी कानूनी मान्यता मिली हुई है। उन्होंने कहा कि विलय दिवस को मनाने के लिए फोरम 23 से 30 अक्टूबर तक संभाग व लेह के हर जिले में कार्यक्रम करेगा। इस दौरान कबालियों के हाथों शहीद हुए सैनिकों को भी याद किया जाएगा। 23 को विलय दिवस पर चर्चा करने के लिए जम्मू क्लब में कार्यक्रम होगा, जिसमें जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रमण्यम स्वामी मुख्य अतिथि होंगे। सभ्रवाल ने प्रशांत भूषण द्वारा राज्य में जनमत कराए जाने के हक में दिए बयान को दुर्भाग्य पूर्ण बताया। इस मौके पर फोरम के सदस्य रविंद्र रैना भी मौजूद थे।
आतंकवाद को भड़का रहे प्रशांत भूषण
जम्मू। समाज सेवी संगठन संघर्ष ने टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण द्वारा राज्य में जनमत कराने पर दिए गए बयान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला बताया। राज्य के देश के साथ हुए विलय को अंतिम बताते हुए संघर्ष ने विलय दिवस को धूमधाम से मनाने का फैसला लिया है। इसके तहत 25 अक्टूबर को जम्मू विश्वविद्यालय में कार्यक्रम होगा। वीरवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए संघर्ष के महेश कौल ने कहा कि देश के कुछ लोग बाहरी ताकतों व आतंकवादियों को खुश करने के लिए विवादास्पद बयान देते हैं। जम्मू व कश्मीर की समस्या राजनीति की देने है, न कि विलय की। राजनीति इच्छा शक्ति के साथ ही इस समस्या को हल किया जा सकता है। इस मौके पर संघर्ष के महासचिव सुरेश कुमार भी मौजूद थे।
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