Friday, October 21, 2011

कुछ क्षेत्रों से एएफएसपीए व डीएए हटाया जाएगा

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश के कुछ इलाकों से अगले कुछ दिनों में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम [एएफएसपीए] तथा अशांत क्षेत्र अधिनियम [डीएए] को हटा लिया जाएगा।
उमर ने इन कानूनों को हटाने के कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होने का आश्वासन देते हुए कहा कि हालांकि इस कदम से राज्य पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के जवानों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी रहेगी। श्रीनगर के पास जेवान में पुलिस स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों से एएफएसपीए तथा डीएए को हटाने का वक्त आ गया है जिन्हें प्रदेश में आतंकवाद के बाद लागू किया गया था।
हालांकि मुख्यमंत्री ने उन क्षेत्रों का नाम नहीं लिया जहां से कानून हटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं इस वक्त उन क्षेत्रों का नाम बताने की स्थिति में नहीं हूं। उमर ने कहा कि एएफएसपीए और डीएए को हटाने से राज्य पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के जवानों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लेकिन मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन कानूनों को हटाने से कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
उमर ने कहा कि जैसे ही प्रदेश के शेष क्षेत्रों में हालात सुधरेंगे और आतंकवाद का असर खत्म होगा राज्य के सभी हिस्सों से इन कानूनों को हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के शहीद होने के मामले कम होने से पता चलता है कि हालात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को पूरे प्रदेश के हालात में सुधार बरकरार रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। कश्मीर में 2008 से 2010 तक अशांति के बाद 2011 में शांति के माहौल का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन साल में मैंने एक चीज सीखी कि अगर आज अच्छा है तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कल भी अच्छा होगा। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी कि 2012 भी 2011 की तरह अच्छा रहे।

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