श्रीनगर, 28 अक्टूबर। ग्रीष्मकालीन राजधानी में दरबार के बंद होने से एक दिन पहले शुक्रवार को होने जा रही राज्य कैबिनेट की हंगामेदार बैठक के एजेंडे में उम्मीद के विपरीत फिलहाल डीएए और अफास्पा हटाए जाने का मुद्दा शामिल नहीं है। अलबत्ता, इसमें बडे़ पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल के बीच दरबार मूव में शामिल कर्मियों का टेंपरेरी मूव अलाउंस भी साढे़ छह सौ से बढ़कर डेढ़ हजार रुपये हो सकता है।
हालांकि, इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों से अशांत क्षेत्र अधिनियम और अफास्पा हटाए जाने का एलान किए जाने की संभावना जताई जा रही है। पीएचई मंत्री ताज मोहिउददीन ने कैबिनेट बैठक के एजेंडे में डीएए व अफास्पा के शामिल न होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि सभी बातें पहले से ही एजेंडे में शामिल की जाएं। मुख्यमंत्री को यह विशेषाधिकार है कि वह किसी भी मुद्दे को कैबिनेट बैठक में उठाते हुए उस पर चर्चा कराएं व कोई फैसला लें। इसलिए हो सकता है कि यह मामला मुख्यमंत्री बैठक में ही उठाएं। गौरतलब है कि बीते एक सप्ताह से राज्य के विभिन्न हिस्सों विशेषकर बडगाम, श्रीनगर, सांबा और जम्मू से अशांत क्षेत्र अधिनियम जिसे डीएए कहते हैं, हटाए जाने की चर्चा चल रही है। राज्य सरकार द्वारा विभिन्न मौकों पर लगातार संकेत दिया जाता रहा है कि श्रीनगर में छह माह के लिए नागरिक सचिवालय बंद होने से पूर्व होने वाली कैबिनेट की बैठक में उन इलाकों का फैसला होगा जहां से डीएए को हटाया जाएगा।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाली बैठक में लगभग पूरा प्रशासनिक तंत्र ओवरहॉल किए जाने की तैयारी है। लगभग 14 विभागों के प्रशासकीय सचिव बदले जाएंगे। इसके अलावा 50 से ज्यादा वरिष्ठ नौकरशाहों के तबादलों व नियुक्तियों की सूची पर भी मुहर लग सकती है। उन्होंने बताया कि कैबिनेट दरबार मूव कर्मियों को हर माह प्रदान किए जाने वाले टेपरेरी मूव अलाउंस टीएमए को साढे़ छह सौ से बढ़ाकर डेढ़ हजार रुपये करने जा रही है। हालांकि कर्मचारी अढ़ाई हजार करने की मांग कर रहे हैं।
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